राज्य सरकार प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों को 4 लेन / 2 लेन विद पेव्ड शोल्डर मार्ग से जोड़ने के लिए कटिबद्ध है। प्रदेश को सुगम यातायात उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से समस्त जिला मुख्यालयों को 4 लेन चैड़े मार्ग से जोड़ना वर्तमान सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश के 30 जिला मुख्यालय (लखनऊ, रामपुर, औरैया, कानपुर, मुरादाबाद, इटावा, बाराबंकी, कानपुर देहात, फिरोजाबाद, फैजाबाद, गाजियाबाद, आगरा, बस्ती, उन्नाव, मथुरा, संतकबीरनगर, झांसी, हापुड़, गोरखपुर, उरई, मुजफ्फरनगर, सीतापुर, चन्दौली, मेरठ, शाहजहाँपुर, वाराणसी, बरेली, फतेहपुर, इलाहाबाद एवं ललितपुर) 4 लेन / 2 लेन विद पेव्ड शोल्डर मार्ग से पूर्व से ही जुड़े हुए हैं तथा 10 जिला मुख्यालय (गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, रायबरेली, सुल्तानुपर, अम्बेडकरनगर, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ एवं गाजीपुर) भारत सरकार की स्वीकृत योजना (एनएचडीपी) के अन्तर्गत प्रस्तावित 4 लेन राष्ट्रीय राजमार्गो से जुड़ जायेंगे तथा 9 जिला मुख्यालय (कन्नौज, एटा, प्रतापगढ़, बांदा, अमेठी, हमीरपुर, हाथरस, मिर्जापुर एवं पीलीभीत) 2-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित हैं जो 2-लेन विद पेव्ड शोल्डर किए जाने हेतु भारत सरकार की स्वीकृत योजना (एनएचडीपी) एवं 02 जिला मुख्यालय (बहराइच एवं सिद्धार्थनगरद) एन0एच0 के अन्तर्गत ई0पी0सी0 मोड पर प्रस्तावित 2 लेन (विद पेव्ड शोल्डर) राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ जायेंगे। शेष 24 जनपदों की स्थिति निम्नवत है :-
10 जिला मुख्यालयों (सहारनपुर, बागपत, शामली, सोनभद्र, बलरामपुर, गोण्डा, हरदोई, महराजगंज, लखीमपुर खीरी एवं बिजनौर) को 4 लेन मार्ग से जोड़े जाने का कार्य उ0प्र0 राज्य राजमार्ग प्राधिकरण (उपशा) के अन्तर्गत प्रस्तावित / निर्माणाधीन हैं।
लो0नि0वि0 बजट द्वारा 03 जिला मुख्यालय (चित्रकूट, महोबा एवं कुशीनगर) जो राष्ट्रीय राज मार्ग पर स्थित हैं उन्हे लो0नि0वि0 बजट से एन0एच0 द्वारा 2 लेन मार्ग (विद पेव्ड शोल्डर) से जोड़ा जाना प्रस्तावित है। 11 जिला मुख्यालयों (मैनपुरी, अमरोहा, सम्भल, श्रावस्ती, कौशाम्बी, बंदायू, फर्रूखाबाद, बलिया, कासगंज, देवरिया, एवं संतरविदासनगर) को 4 लेन मार्ग से इस प्रकार कुल 14 जिला मुख्यालयों को जोड़ने का कार्य लो0नि0वि0 के अन्तर्गत प्रस्तावित / निर्माणाधीन है।
उपरोक्त के साथ-साथ कालपी से हमीरपुर मार्ग को 04 लेन मार्ग से अतिरिक्त जोड़ने के लिये लो0नि0वि0 द्वारा अपनी योजना में सम्मिलित किया गया है। इस योजना के अन्तर्गत अभी तक जनपद इटावा से मैनपुरी को जोड़ने हेतु दो कार्यो की स्वीकृति कुल लागत 598.63 करोड़ जोया अमरोहा मार्ग की स्वीकृति कुल लागत 23.21 करोड़, मुरादाबाद सम्भल मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 136.33 करोड़, बहराईच भिन्गा मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 164.36 करोड़, मूरतगंज से मंझनपुर मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 74.72 करोड़, हमीरपुर कालपी मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 289.47 करोड़, बरेली बंदायू मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 244.34 करोड़, छिबरामऊ से फतेहगढ़ मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 81.82 करोड़, कुशीनगर - पडरौना मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 29.10 करोड़ एवं मऊ-बलिया मार्ग की स्वीकृति की कुल लागत 197.55 करोड़ निर्गत की गई है।
वर्ष 2014-15 में इस योजनान्तर्गत अनुपूरक / पुर्नविनियोग के उपरान्त चालू कार्यों हेतु 691.50 करोड़ तथा नये कार्यों हेतु 115.50 करोड़ की बजट व्यवस्था है। वर्ष 2015-16 में इस योजना के चालू कार्यो हेतु 900.00 करोड़ तथा नये कार्यों हेतु 100.00 करोड़ की बजट व्यवस्था किया जाना प्रस्तावित है।